सितारगंज में शुरू हुआ उत्तरायणी मेला, निकाली गई भव्य शोभा यात्रा।
13 जनवरी, 2024
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सितारगंज:(चरनसिंह सरारी) शनिवार को सितारगंज में उत्तरायणी मेले का आगाज हुआ, कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित प्रकाश भट्ट ने विधि विधान से वैदिक मंत्रोत्चार के साथ पर्वतीय समाज के वरिष्ठ समाजसेवियों व कार्यक्रम में बताओ और मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी व वरिष्ठ भाजपा नेता उद्योगपति नरेंद्र सिंह लड़वाल ने फीता काट कर किया। इन दिनों उत्तरायणी मेलों की धूम मची हैइस दौरान समिति के अध्यक्ष गोपाल सिंह बिष्ट ने आयोजकों को बधाई देते हुए एक होकर उत्तरायणी पर लोगों को धूमधाम से मनाने की अपील की। इससे पहले पर्वती रामलीला मैदान से रंग यात्रा शुरू हुई जो नाकुलिया चौराहा कोतवाली पुरानी तहसील होते हुए मुख्य चौक से खटीमा रोड होते हुए मुख्य बाजार के रामलीला मैदान में पहुंचे, रंगारंग कार्यक्रमों के साथ रंग यात्रा में पहाड़ के साथ ही देश के अलग-अलग संस्कृति का संगम देखने को मिला। उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाएं भी यात्रा में शामिल हुई, यात्रा में मां नंदा देवी की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। वही छोलिया दल ने अपने दल का प्रदर्शन किया, जिससे दर्शक झूमते हुए नजर आए ओर छोलिया दल अपनी कला का प्रदर्शन करते नजर आये। पहले दिन लोक कलाकारों ने गणेश वंदना दैणा होया खोली का गणेशा हो से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सितारगंज क्षेत्र में हर साल लगने वाले उत्तरायणी मेले के शुभारम्भ के अवसर पर नगर में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। जिसमें कुमाऊं की संस्कृति के रंगों में रंगे अनेक कलाकारों के साथ स्थानीय जनता ने नगर में निकली शोभा यात्रा में शिरकत की।
इस दौरान स्थानीय कलाकारों के साथ छलिया नृत्य दल ने सुंदर प्रस्तुति से स्थानीय जनता का मन मोह लिया। वहीं रामलीला मैदान में इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ तीन दिवसीय उत्तरायणी मेले का आयोजन शुरू हो गया। वहीं मेला आयोजकों ने बताया कि हर वर्ष उत्तरायणी के अवसर पर सितारगंज में पर्वतीय संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन को लेकर मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में पर्वतीय संस्कृति से जुड़े लोगों के अलावा हर वर्ग के लोग बड़े उत्साह के साथ इस आयोजन से जुड़ते हैं कार्यक्रम में आयोजकों ने गौरव सेनानी संगठन के पूर्व सैनिकों व वीर नारियों को भी सम्मानित किया। इस दौरान विभिन्न स्कूलों के नन्हे मुन्ने बच्चों ने शानदार रंगारंग कार्यक्रम किए। कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष गोपाल सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष अंबादत्त मौनी, कोषाध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट, एलडी भट्ट, दीपचंद भट्ट, दीपचंन्द्र भट्ट, खजान चंद जोशी, बद्री दत्त नागदली, हेमंत बोरा, प्रकाश बोरा, डीके पंतोला, भोला जोशी, फकीर सिंह कन्याल, नित्या नन्द जोशी, भुवन चंद्र गडकोटी, सन्जय कुमार जोशी, सुरेश भट्ट, संजय जोशी, नवीन भट्ट निराला, जया जोशी, संजना जोशी, हेमा जोशी, सुनीता राणा जोशी, गीता सकलानी, हर्षिता, हेमा, दीपू जोशी, अन्जू रावत, कौशल्या रावत, कौशल्या भन्डारी, हेमा नेगी, सुरेश जोशी, बसन्त जोशी, बसन्त आर्या, दीपक बिष्ट, भूपेन्द सिह मटियाली, तुषार शर्मा, आनंद बल्लब भट्ट, प्रकाश भट्ट, भगवान सिंह भंडारी, धर्मेंद्र चौधरी, महेश भट्ट, सतीश उपाध्याय, दीपू जोशी, पंकज रावत, भगवान सिंह भंडारी, उमेद सिह नेगी, शेखर जोशी,महेश भट्ट, इन्द्र सिह मेहरा, मुकेश सनवाल, धीरेन्द्र पन्त, विशन दत्त जोशी, पानदेव भट्ट, लक्ष्मी दत्त समलात आदि मौजूद रहे।