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सरकारी दर्जा व ₹35,000 वेतन की मांग को लेकर सड़कों पर उतरीं आशाएं, बारिश में भी निकाला जुलूस, सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप, चेताया- अब आरपार की लड़ाई।

सरकारी दर्जा व ₹35,000 वेतन की मांग को लेकर सड़कों पर उतरीं आशाएं, बारिश में भी निकाला जुलूस, सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप, चेताया- अब आरपार की लड़ाई।

रुद्रपुर : (चरनसिंह सरारी)अखिल भारतीय मजदूर हड़ताल के तहत बुधवार को उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन (एसीटीयू) के बैनर तले सैकड़ों आशा कार्यकर्ताओं ने रुद्रपुर गांधी पार्क में जबरदस्त प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। आशाओं ने एक सुर में मुख्यमंत्री से पुराना वादा निभाने की मांग करते हुए उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा, ₹35,000 मासिक वेतन, सेवा शर्तों में सुधार, नियमित भुगतान, प्रशिक्षण भत्ता, सम्मानजनक व्यवहार, सेवानिवृत्ति पर पेंशन और अस्पतालों में ‘आशा घर’ जैसी प्रमुख मांगों को दोहराया। प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष ममता पानू, उप सचिव अनीता अन्ना, प्रदेश कोषाध्यक्ष ललित मटियाली, काजल मिस्त्री सहित वक्ताओं ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि चार साल पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा कार्यालय में 11,500 रुपये मानदेय देने का वादा किया था, लेकिन आज तक लागू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि बिना वेतन, बिना अधिकार और बिना सम्मान के लगातार काम कर रही आशाएं अब और अन्याय नहीं सहेगीं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आशाओं को हर जगह अपमान, उत्पीड़न और उपेक्षा का सामना करना पड़ता है, ट्रेनिंग के नाम पर किराया तक नहीं मिलता, और महीनों तक भुगतान अटका रहता है।
मोदी सरकार द्वारा लाई गई नई श्रम संहिताओं को मजदूर विरोधी बताते हुए ऐक्टू नेताओं ने कहा कि यह न केवल यूनियन बनाने के अधिकार को छीनती हैं, बल्कि श्रमिकों को बंधुआ मजदूर बनाने की साजिश है। आशा कार्यकर्ताओं ने चेताया कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। भारी बारिश के बावजूद सैकड़ों आशाओं ने गांधी पार्क से जुलूस निकालते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय तक मार्च किया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन में यूनियन की जिला उपाध्यक्ष बबीता कश्यप, आशा मिस्त्री, रविंद्र कौर, सतपाल कौर, अन्नू कौर, शशिबाला, संतोष देवी, एसीटीयू नगर अध्यक्ष उत्तम दास, एआईएसए नेता धीरज कुमार, रंजन विश्वास, विजय शर्मा, अखिलेश सिंह सहित सैकड़ों आशा वर्कर्स व यूनियन कार्यकर्ता शामिल रहे।

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