
कनाडा भेजने के नाम से आरोपियों ने ठगे 18 लाख रुपये।
04 मार्च, 2022
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काशीपुर:(चरनसिंह सरारी) उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने के नाम पर किसान से लगभग 18 लाख रुपयों की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि रुपए वापस मांगने पर आरोपियों ने उसे गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी है। पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में तहरीर के आधार पर दो महिलाओं समेत कुल 4 आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी तहरीर में टांडा धनोरी थाना आईटीआई निवासी भगवंत सिंह पुत्र निशावर सिंह ने बताया कि वर्ष 2020 में उसने अपनी पुत्री को हायर एजुकेशन के लिए कनाडा भेजने का मन बनाया। इस बाबत दूर के रिश्तेदार एवं बेटे के नजदीकी मित्र पईपूरा थाना बिलासपुर जनपद रामपुर निवासी मनकीरत सिंह पुत्र सुलविंदर सिंह एवं अस्थाना लाला उर्फ बिशनपुर थाना खजुरिया जिला सगपुर से जब बात की तो उन्होंने रुद्रपुर में फ्लाई ओवर सीज के नाम से कार्यालय चलाने वाले मशहूर गंज थाना खजुरिया जनपद रामपुर निवासी परम मित्र गुरबाज सिंह पुत्र बलवीर सिंह से बात कराई। इस दौरान तीनों ने उसके पुत्र तथा पुत्री को फ्लाई ओवर सीज के शाखा कार्यालय काशीपुर भेज दिया। रामनगर रोड पर चामुंडा अस्पताल के समीप खुले फ्लाई ओवर सीज कार्यालय में जब उपरोक्त लोगों ने संपर्क किया तो तफ्सील से बातचीत होने के बाद हेड आफिस रूद्रपुर बुलाकर विजा एक्सपर्ट मनदीप कौर से मुलाकात करवाई गई। इस दौरान सौदा 18 लाख 30 हजार रुपयों में तय हो गया। वर्ष 2020 की 10 फरवरी को बलवंत गुरजिंदर एवं मनकीरत स्काॅर्पियो से शिकायतकर्ता की पुत्री करमजीत कौर से तमाम दस्तावेज तथा 2 लाख रूपये ले लिए एवं तमाम दस्तावेजों पर उसके साइन कराए। इसके बाद आरोप है कि शिकायतकर्ता ने जमीन गिरवी रख कर उपरोक्त आरोपियों पर भरोसा करते हुए जमीन गिरवी रखकर बैंक से 5 लाख कर्ज लेकर और दिए। इसके बाद 55 हजार एवं वर्ष 2021 की 17 फरवरी को 3 लाख 50 हजार और दे दिए। 28 अगस्त 2021 को उपरोक्त चारों आरोपियों ने आपस में हमसाज होकर शिकायतकर्ता की पुत्री को दिल्ली एयरपोर्ट से कनाडा भेज दिया। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसकी पुत्री जैसे ही कनाडा एयरपोर्ट पर उतरी इमीग्रेशन डिपार्टमेंट के लोगों ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पता चला कि उसकी फीस आदि जमा न करने के कारण यूनिवर्सिटी द्वारा नोटिस भेजी गई थी। कार्यवाही के दौरान शिकायतकर्ता की पुत्री को रिफ्यूजी घोषित कर दिया गया। परिजनों को जब इसका पता चला तो उन्होंने रिश्तेदार के माध्यम से उसकी जमानत करवा कर पुत्री को उनके घर रख दिया। कनाडा में काम पर रोक लगने के कारण युवती का भविष्य दांव पर है तो उधर दूसरी ओर लाखों का कर्ज होने के कारण उसके पिता की मानसिक हालत बद से बदतर हो चुकी है। पुलिस ने धोखाधड़ी के उक्त मामले में तहरीर के आधार पर गुरूबाग सिंह, मनदीप कौर बलवंत सिंह तथा उसकी पत्नी करमजीत कौर के खिलाफ धारा 420, 504 506 आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत करते हुए जांच की कार्यवाही शुरू कर दी है।