सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सिसौना में ‘सप्त शक्ति संगम’ का भव्य आयोजन, नारी शक्ति के सात स्वरूपों ने जगाया आत्मविश्वास और नेतृत्व का जज़्बा।
02 नवंबर, 2025
Edit
सितारगंज:(चरनसिंह सरारी) विद्या भारती से सम्बद्ध सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सिसौना में रविवार को आयोजित ‘सप्त शक्ति संगम’ कार्यक्रम ने समूचे क्षेत्र में नारी सशक्तिकरण का संदेश गुंजायमान कर दिया। नारी के सात स्वरूपों—ज्ञानशक्ति, आत्मशक्ति, संगठन शक्ति, नेतृत्व शक्ति, राष्ट्रशक्ति, करुणाशक्ति और धैर्यशक्ति—के प्रेरक मंचन ने उपस्थित जनों को अभिभूत कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की वंदना, दीप प्रज्ज्वलन और मधुर वाणी से हुई, जिसके बाद छात्राओं ने समूह गीत, प्रेरणादायी नारियों के संदेश, नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से महिला शक्ति के उज्ज्वल, सक्षम और संवेदनशील रूप को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया।मुख्य वक्ता श्रीमती अनमोला शर्मा ने कहा कि हर नारी असीम ऊर्जा और क्षमता की प्रतीक है, जिसे पहचानकर दिशा देना समय की सबसे बड़ी जरूरत है। उन्होंने ‘सप्त शाक्त संगम’ को महिलाओं के आत्मविश्वास, नेतृत्व और संगठन क्षमता को सुदृढ़ करने वाला सशक्त मंच बताया। कार्यक्रम की अध्यक्ष राधा राणा ने अपने उद्बोधन में कहा कि नारी ही शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और राष्ट्र निर्माण की असली वाहक है और यह संगम उन छिपी शक्तियों को जगाने का प्रयास है। मुख्य अतिथि डॉ. कामना दीक्षित ने नारी के योगदान, समाज में उसकी भूमिका और उसके अधिकारों पर प्रेरक विचार रखे। परिवार प्रबोधन विषय पर भी विचार रखे गए, जो सभी के लिए विचारणीय रहे।कार्यक्रम के दौरान महिलाओं से विभिन्न विषयों पर प्रश्न पूछे गए, जिनका उत्तर उन्होंने आत्मविश्वास, सहजता और तार्किकता के साथ देकर अपने ज्ञान और नेतृत्व कौशल का परिचय दिया। समाज सेवा, परिवार के प्रति समर्पण और उत्कृष्ट कार्यों के लिए अनेक महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिसने समारोह को और भी गौरवशाली बना दिया। इस आयोजन में रीहा राणा, पूजा सनवाल, जया जोशी, विमला कार्की, मिथिलेश देवी, विमला रानी, रेखा कुशवाह समेत 344 से अधिक महिलाएं तथा विद्यालय परिवार की पूर्ण सहभागिता रही। कार्यक्रम ने नारी शक्ति की संवेदना, संकल्प, सामर्थ्य और संस्कारों का अद्भुत संगम प्रस्तुत कर समाज में एक प्रेरक संदेश