नगर में गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के प्रकाश पर्व पर निकला ऐतिहासिक नगर कीर्तन, श्रद्धा-भक्ति और शौर्य से गूंज उठा नगर।
28 दिसंबर, 2025
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नानकमत्ता:(चरनसिंह सरारी) नगर में सिखों के दसवें गुरु, दशम पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के पावन प्रकाश पर्व के अवसर पर रविवार को गुरु ग्रंथ साहिब की सजी-धजी पालकी के साथ भव्य, ऐतिहासिक एवं आस्था से ओत-प्रोत नगर कीर्तन निकाला गया, जिसमें हजारों की संख्या में संगत उमड़ी और पूरा नगर “जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल” के गगनभेदी उद्घोष से गूंज उठा। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा पर्व के उपलक्ष्य में श्री हरमंदिर साहिब को रंग-बिरंगी विद्युत झालरों से भव्य रूप से सजाया गया। प्रातः गुरुद्वारा साहिब में अरदास के उपरांत पांच प्यारों की अगुवाई में नगर कीर्तन का शुभारंभ हुआ, जहां डेरा कार सेवा द्वारा पांच प्यारों को सरोपे भेंट कर सम्मानित किया गया एवं प्रसाद वितरित किया गया। नगर कीर्तन मुख्य बाजार मार्ग से होते हुए बिजली कॉलोनी तक पहुंचा तथा पुनः बाजार मार्ग से वापस लौटा, इस दौरान नगर की संगत ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर, सरोपे भेंट कर तथा फल, चाय-पकौड़े और कड़ा प्रसाद का वितरण कर भव्य स्वागत किया। श्री गुरु नानक इंटर कॉलेज,श्री गुरु नानक बालिका इंटर कॉलेज,श्री गुरु नानक महाविद्यालय एवं अकैडमी स्कूल के छात्र-छात्राओं की सहभागिता, एनसीसी बैंड की अनुशासित धुनें और रणजीत सिंह अखाड़ा की गतका पार्टी द्वारा दिखाए गए शौर्य प्रदर्शन ने नगर कीर्तन को और भी भव्य बना दिया। श्रद्धालु महिलाएं गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी के आगे मार्ग पर जल छिड़काव व सफाई करते हुए गुरु बाणी का पाठ करती चल रही थीं, जिससे पूरा वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्ति रस से सराबोर हो गया। सायंकाल नगर कीर्तन गुरुद्वारा साहिब पहुंचकर अरदास के साथ संपन्न हुआ, जहां संगत ने गुरु का अटूट लंगर प्रसाद ग्रहण किया तथा सजे धार्मिक दीवान में गुरु बाणी का अमृत रसपान किया। इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार जोगिंद्र सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह बोपाराय, सचिव हरभजन सिंह, डायरेक्टर सुखबंत सिंह सोनी, गुरदयाल सिंह, गुरुद्वारा प्रबंधक रणजीत सिंह, दर्जा राज्य मंत्री राजपाल सिंह, पूर्व विधायक एवं अनुसूचित जनजाति प्रदेशाध्यक्ष प्रेम सिंह राणा, नगर पंचायत अध्यक्ष प्रेम सिंह टुरना, सुखवंत सिंह भुल्लर, रंजीत राणा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति एवं भारी संख्या में संगत उपस्थित रही, जिन्होंने इस पावन अवसर को ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बना दिया।