जब भारतीय जांबाजों ने पाक सैनिकों को चटाई थी धूल, घुटने टेकने पर किया था मजबूर।
16 दिसंबर, 2023
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सितारगंज:(चरनसिंह सरारी) जब एक पाकिस्तानी ने सैम मानेकशॉ के कदमों में रख दी अपनी पगड़ी, करने लगा भारतीय सेना की तारीफ़ शहीद श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बतौर अति विशिष्ट अतिथि कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने पाकिस्तान पर विजय दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के बहादुर नायकों के शौर्य, वीरता और बलिदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पति की। सितारगंज के सैनिक मिलन केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा, कि आज विजय दिवस पर हम उन सभी बहादुर नायकों को हार्दकि श्रद्धांजलि अर्पति करते हैं, जिन्होंने 1971 में निर्णायक जीत सुनिश्चित करते हुए कर्तव्यनिष्ठा से भारत की सेवा की। उनकी वीरता और समर्पण राष्ट्र के लिए अत्यंत गौरव का स्नेत है।भारतीय सैनिकों ने अपने अदम्य साहस के बल पर इतिहास ही नहीं बल्कि विश्व के मानचित्र में भूगोल भी बदल दिया था। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा, कि ‘उनका बलिदान और अटूट भावना हमेशा लोगों के दिलों और हमारे देश के इतिहास में अंकित रहेगी। वही कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य अतिथि एयर मार्शल के०डी० सिंह परम विशिष्ट सेवा मेडल व अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित पूर्व सेना अधिकारी ने कहा भारत उनके साहस को सलाम करता है और उनकी अदम्य भावना को याद करता है। ‘ 1971 की भारत- पाकिस्तान की लड़ाई में 16 दिसंबर के !दिन ही पाकिस्तान ने ढाका में भारत के सामने आत्मसमर्पण के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए थे। उस लड़ाई में पाकिस्तान के 93 हजार से अधिक सैनिकों ने भारतीय सेना की बहादुरी के आगे घुटने टेकते हुए आत्मसमर्पण कर दिया था। 16 दिसंबर की उसी तारीख को भारत में हर साल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।गौरव सेनानी संगठन सितारगंज इकाई के द्वारा शहीद सैनिको के चित्रों पर .पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।.इस दौरान गौरव सेनानी संगठन सितारगंज इकाई के अध्यक्ष कैप्टन आत्मा सिंह ने कहा कि युद्ध में शहीद हुए सैनिकों का बलिदान अभूतपूर्व है वहीं 1971 भारत-पाक युद्ध में शामिल वीर योद्धा एयर मार्शल के० डी० सिंह ने युद्ध के अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने कहा यह युद्ध काफी विषम परिस्थितियों में लड़ा गया जिसमें कई सैनिकों ने अपनी शहादत दी तथा कई घायल हुए उन्होंने बताया कि कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों ने भी अपनी बहादुरी का शानदार परिचय दिया उन्होंने कहा भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 93000 सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर कर पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बांग्लादेश बना डाला। वहीं कैप्टन आर०पी० रैखाली ने कहा तत्कालीन प्रधानमंत्री आयरन लेडी स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने भारतीय सेना को खुली छूट देते हुए भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाया और वर्तमान मे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारत को आंख दिखाने वाले दुश्मनों को घर में घुसकर मारने का काम किया है परिणाम स्वरुप भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर पाकिस्तान के दांत खट्टे करें। वही कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कार्यक्रम के दौरान वीर नारियों व युद्ध में शामिल हुए जवानों को शाल उड़ाकर सम्मानित किया गया। बहुगुणा के द्वारा वीर नारियों का साल उढ़ाकर सम्मान किया गया कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा जिला अध्यक्ष कमल जिंदल ने कहा 16 दिसंबर 1971 वही ऐतिहासिक दिन है जब पाक जनरल नियाजी ने भारतीय सेना के जनरल एस मानेकसा के सामने अपनी पिस्तौल रखते हुए संधि के कागजों पर दस्तखत किए थे। आज का दिन देशवासीयो को भारतीय सेना के पराक्रम व सौर्य की याद दिलाता है और दिलाते रहेगा।कार्यक्रम संचालन नायक आनंद बल्लभ भट्ट के द्वारा किया गया तथा संगठन के सभी पदाधिकारी और सदस्य कैप्टन आर०पी० खाली, कैप्टन जितेंद्र सिंह, कैप्टन गंगा सिंह, कैप्टन दीवान सिंह, नायक बहादुर सिंह, हवलदार बनवीर सिंह, नायक सुभद्रा गजेंद्र सिंह, सूबेदार गगन सिंह, सूबेदार राम सिंह, नायक दिलीप चंद शिवाई, देवी दत्त हवलदार, चंद्र सिंह कार्की नायक, भोजराज लांस नायक, किशन सिंह हवलदार, अजय सिंह सूबेदार, मेजर पूरन सिंह, सूबेदार टहल सिंह, सूबेदार मनोहरधर तिवारी, हवलदार नर्सिंग, सूबेदार खड़क सिंह, सूबेदार हरिश्चंद्र होली, कैप्टन त्रिलोचन सिंह, कैप्टन जयभान सिंह आदि मौजूद रहे।