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भाजपा, निर्दलीय और कांग्रेस में त्रिकोणीय मुकाबले होने के आसार।

भाजपा, निर्दलीय और कांग्रेस में त्रिकोणीय मुकाबले होने के आसार।

पूर्व चैयरमैन माता,पिता व अब बसपा का समर्थन मिलने से निर्दलीय को मजबूती, भाजपा, कांग्रेस को दिग्गजों का समर्थन।


सितारगंज:(चरनसिंह सरारी) पालिकाध्यक्ष पद पर चुनाव चिन्ह आवंटित होने के बाद चुनावी मुकाबले की स्थिति भी साफ होती नजर आ रही है। इस बार बीजेपी, निर्दलीय और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने के कयास लगाए जा रहे हैं। चुनाव को लेकर जारी चर्चाओं की माने तो भाजपा और निर्दलीय प्रत्याशी के छत के पंखे में सीधी टक्कर की संभावनाएं हैं। जबकि इधर कांग्रेस का पंजा चुनावी दंगल में भाजपा, निर्दलीय के समकक्ष बढ़त बनाने में सफल होता दिख रहा हैं। हालांकि पालिकाध्यक्ष चुनाव में जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा यह तो भविष्य के गर्भ में छुपा है।नगर पालिकाध्यक्ष पद का चुनाव 36 वर्ष के समयकाल में समीकरणों को बदलता रहा हैं। नगरीय क्षेत्र की जनता ने जहां बीजेपी, कांग्रेस और बहुजन समाजपार्टी तीनों के प्रत्याशियों के सिर पर जीत का ताज रखा हैं। तो वहीं इसके उलट पालिकाध्यक्ष चुनाव में भाजपा, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के अलावा तीन निर्दलीय प्रत्याशियों के सिर पर शहर के जनादेश ने जीत का सेहरा बांधा हैं। जिसमें निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दो बार अनवार अहमद, एक बार हरीश दुबे, पालिकाध्यक्ष बन चुके हैं। जबकि पूर्व के चुनाव में भाजपा से राकेश गुप्ता, कांग्रेस से कांता प्रसाद सागर, बहुजन समाज पार्टी से परवीन बेगम पालिकाध्यक्ष तक का सफर तय कर चुकी हैं। इस बार के चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी सुखदेव सिंह चुनावी रण में हैं। उन्हें पालिकाध्यक्ष चुनाव का खासा अनुभव भी हो चुका हैं। ऐसा इसलिए की सुखदेव सिंह की पत्नी पूर्व में पालिकाध्यक्ष का चुनाव लड़ चुकी हैं। सुखदेव सिंह को कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, हज कमेटी चैयरमैन खतीब अहमद का भरपूर समर्थन हैं। दोनों ही नेताओं को क्षेत्र की सियासत में मजबूती के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा पूर्व पालिकाध्यक्ष स्व. अनवार अहमद के पुत्र सरफराज अहमद(राजू) और कांग्रेस प्रत्याशी राकेश बाबा चुनाव में नए चेहरे के रूप में देखे जा रहे हैं। हालांकि निर्दलीय प्रत्याशी सरफराज अहमद(राजू) को परिवार से मिली राजनीतिक विरासत चुनावी रण में मजबूत दावेदार के रूप में खड़ा किए हुए हैं।वही बसपा ने समर्थन देकर चार चांद लगा दिए है। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी राकेश बाबा के हाथ को पूर्व पालिकाध्यक्ष हरीश दुबे, कांग्रेस विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशी नवतेज पाल सिंह का साथ मिल रहा हैं। नवतेज पाल, हरीश दुबे भी राजनीति में मजे हुए खिलाड़ी माने जाते हैं। जो चुनावी समीकरणों को कांग्रेस के पक्ष में करने के लिए जुटे हुए हैं। इस कारण पालिकाध्यक्ष के चुनाव में त्रिकोणीय सहर्ष होने के आसार बने हुए हैं।

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