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राज्य स्थापना दिवस पर सितारगंज में गूंजा उत्तराखंड गौरव, बच्चों ने बांधा समां — संघर्षों से लेकर उपलब्धियों तक गूंजा पर्व का उत्सव।

राज्य स्थापना दिवस पर सितारगंज में गूंजा उत्तराखंड गौरव, बच्चों ने बांधा समां — संघर्षों से लेकर उपलब्धियों तक गूंजा पर्व का उत्सव।

सितारगंज:(चरनसिंह सरारी) उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सितारगंज तहसील भवन में एक भव्य एवं उत्साहपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष सुखदेव सिंह ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पूरे परिसर में देशभक्ति और उत्तराखंड गौरव की गूंज सुनाई दी। छोटे-छोटे बच्चों ने आकर्षक नृत्य, गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से उत्तराखंड की परंपरा, संस्कृति और संघर्ष की गाथा को जीवंत कर दिया। कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य नागरिकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों ने राज्य के गठन के इतिहास और आंदोलन के संघर्षों को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी दिगंबर सती ने कहा कि “उत्तराखंड का अस्तित्व उन वीर आंदोलनकारियों की देन है, जिन्होंने लाठियां खाईं, संघर्ष झेले, लेकिन अपने हौसले को कभी टूटने नहीं दिया।” उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण की इस यात्रा में हजारों युवाओं और मातृशक्ति के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष सुखदेव सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि “आज यह हमारे लिए अत्यंत गर्व का क्षण है कि जिस राज्य के लिए हमने रात-दिन संघर्ष किया, वह आज 25 वर्षों का स्वर्णिम सफर पूरा कर चुका है। यह पर्व हमारी मेहनत, हमारी पहचान और हमारी एकता का प्रतीक है।”उन्होंने आगे कहा कि आज उत्तराखंड तेजी से विकास की दिशा में अग्रसर है — शिक्षा, पर्यटन, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण उत्थान के क्षेत्र में राज्य नई मिसालें कायम कर रहा है। कार्यक्रम के दौरान सभी अतिथियों को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर उपजिलाधिकारी रविन्द्र कुमार जुवाठा, तहसीलदार हिमांशु जोशी,कोतवाली प्रभारी सुंदरम शर्मा, नगर पालिका परिषद सितारगंज अध्यक्ष सुखदेव सिंह,नानकमत्ता नगर पंचायत अध्यक्ष प्रेम सिंह टूरना, पूर्व विधायक प्रेम सिंह राणा, ब्लॉक प्रमुख उपकार सिंह बल, खतीब अहमद,करनैल सिंह, शिक्षाविद, व्यापारीगण एवं बड़ी संख्या में नगरवासी मौजूद रहे। समारोह के अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ और सभी ने उत्तराखंड के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

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