सरकारी कांटो पर धान तुलाई का संकट गहराया, कटौती से त्रस्त किसान सड़क पर आने को मजबूर, नारायण पाल ने सरकार पर लगाया सुनियोजित साज़िश का आरोप।
04 नवंबर, 2025
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सितारगंज:(चरन सिंह सरारी) पूर्व बसपा विधायक नारायण पाल ने सितारगंज में पत्रकारों से वार्ता करते हुए धान तुलाई व्यवस्था पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकारी कांटो पर धान की तुलाई धड़ल्ले से बंद कर दी गई है और जहां तुलाई हो भी रही है, वहां किसानों की उपज में मनमाने तरीके से भारी कटौती कर उनका आर्थिक शोषण किया जा रहा है। नारायण पाल ने आरोप लगाया कि कच्चे आढ़तियों में बाहरी धान चढ़ाया जा रहा है, जबकि असली किसान अपने पके धान के साथ कांटों के बाहर घंटों लाइन में खड़े रहने को मजबूर हैं, पर उनकी सुनवाई तक नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि व्यापारी और आढ़ती धान खरीदते समय 8 से 15 किलो तक कटौती कर रहे हैं, जिससे किसान ओने-पौने दामों में फसल बेचने को विवश हो गया है। यह स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि किसान अपनी मेहनत की कमाई को कौड़ियों के भाव बेचने को तैयार है, लेकिन फिर भी उसे राहत नहीं मिल रही। नारायण पाल ने आरोप लगाया कि यह सब सरकार की एक सुनियोजित पॉलिसी का हिस्सा है, ताकि किसान मजबूर होकर सरकारी कांटो से दूरी बना लें और निजी व्यापारियों के मुनाफे का रास्ता साफ हो सके। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही किसानों के पक्ष में ठोस कदम नहीं उठाए गए तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।