गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब में दीपावली पर्व (बंदी छोड़ दिवस) का 10 दिवसीय मेला का आयोजन।
03 नवंबर, 2024
Edit
नानकमत्ता:(चरनसिंह सरारी) ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब में बंदी छोड़ दिवस एंव दीपावली पर्व पर दस दिवसीय मेंले का आयोजन शुरू हो गया।दीपावली मेले में हजारों श्रदालुओं ने दीपावली की पूर्व संध्या पर गुरूद्वारा साहिब में दीप जलाकर एंव गुरूद्वारा साहिब में परिवारों सहित मत्था टेक गुरू घर की खुशियां प्राप्त की। ऐतिहासिक गुरूद्वारा साहिब को में दस दिवशीय लगने वाले मेंले का दीपावली की पूर्व संध्या पर गुरूद्वारा साहिब के प्रधान जोगेन्द्र सिंह संधु ने उदघाटन किया। इसी के साथ दीपवली पर्व एंव बंदी छोड़ दिवस पर आयोजित मेंले का आगाज शुरू हो गया। दीपावली पर्व की पूर्व संध्या पर हजारों की संख्या में पंजाब, यू०पी० के बरेली,बदायू, एटा, इटावा, रामपुर, पीलीभीत, पुरनपुर, बदायु के अलावा उत्तराखण्ड के कई जिलों के हजारें की संख्या में श्रदालु गुरूद्वारा साहिब में शीश नवाने पहुंचे। संगत ने गुरूद्वारा साहिब में मत्था टेक गुरू घर से अपने परिवार की सुख शांति की कामना के साथ पीपल साहिब में दीप जलाकर दीपावली पर्व मनाया। बंदी छोड़ दिवस पर गुरूद्वारा साहिब के दीवान हॉल में रागी, ढाढ़ी, कविसरी जत्थो में गुरवाज सिंह आजाद, सुखविन्द्र सिंह अनमोल, पुरन सिंह हर्ष, सुखवंत सिंह आदि के जत्थो ने संगत को गुरू नानक देव जी के बताएं मार्ग पर चलने का संदेश दिया। मेलें को लेकर गुरूद्वारा कमेटी के प्रधान जोगेन्द्र सिंह संधु एंव मैनेजर रणजीत सिंह व प्रशासन द्वारा पिछले एक माह से व्यापक तैयारी की जा रही थी। गुरूद्वारा साहिब को बिजली की झालरे लगा भव्य रूप से सजाया गया था।गुरूद्वारे में आने वाली संगत के लिए गुरू का अटुट लंगर बरतने के साथ ही श्रदालुओ के सामान को रखवाने के लिए गठरी घर में सेवादार सेवा दे रहे थे। पुलिस प्रशासन द्वारा मेले की सुरक्षा को लेकर व्यापक इंतजाम किए गए थे। थानाध्यक्ष देवेन्द्र गौरव व मेला इंचार्ज शंकर सिंह विष्ट लगातार मेले की सुरक्षा को लेकर जायजा लेते रहे। इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान जोगेन्द्र सिंह संधु, महासचिव अमरजीत सिंह, सचिव हरभजन सिंह, डायरेक्टर गुरवंत सिंह सोनी, निर्मल सिंह, प्रकाश सिंह, देवेन्द्र सिंह, गुरूदयाल सिंह, सुखवंत सिंह पन्नु, चरणजीत सिंह, गुरबाज सिंह व्लाक प्रमुख अमरिया निशान सिंह, मैनेजर रंजीत सिंह,सुखवंत सिंह भुल्लर, रणजीत सिंह राणा, बल्देव सिंह चीमा आदि हजारों संगत मौजूद रही।