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स्कॉलर्स वैली इंटरनेशनल स्कूल, सितारगंज ने रचा इतिहास: युवा संसद 2024 का आयोजन।

स्कॉलर्स वैली इंटरनेशनल स्कूल, सितारगंज ने रचा इतिहास: युवा संसद 2024 का आयोजन।

सितारगंज :(चरनसिंह सरारी) स्कॉलर्स वैली इंटरनेशनल स्कूल, सितारगंज ने पहली बार क्षेत्र में युवा संसद 2024 का भव्य आयोजन कर इतिहास रच दिया। यह आयोजन भारत सरकार के राष्ट्रीय युवा संसद योजना (मंत्रालय - संसदीय कार्य) के अंतर्गत किया गया। इस युवा संसद का उद्देश्य छात्रों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया और संसदीय कार्यप्रणाली से परिचित कराना था।
कार्यक्रम का मुख्य विषय "शिक्षा" रखा गया था। इसमें छात्रों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एन०ई०पी०2020), शिक्षा में खामियाँ, प्रतियोगी परीक्षाओं में हो रहे घोटाले, शिक्षा में भ्रष्टाचार और रोजगार के अवसर जैसे अहम मुद्दों पर गहन चर्चा की। पेपर लीक और प्रतियोगी परीक्षाओं में हो रही अनियमितताओं पर छात्रों ने सटीक तर्कों और ठोस सुझावों के साथ अपनी बात रखी।
इस आयोजन में छात्रों ने मंत्री, विपक्ष के नेता, माननीय स्पीकर और प्रधानमंत्री जैसी भूमिकाएँ निभाईं और पूरी कार्यवाही वास्तविक संसद की तरह संपन्न की। छात्र नेताओं ने न केवल अपने विचार व्यक्त किए, बल्कि उनके द्वारा प्रस्तुत शिक्षा सुधार से संबंधित बिल पर भी चर्चा हुई और इसे सफलतापूर्वक पारित किया गया।कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत स्कूल के प्रबंधक पलविंदर सिंह औलख और प्राचार्य कमलजीत कौर ने की। दोनों ने इस आयोजन को क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक पहल बताया और छात्रों के प्रयासों की सराहना की। वरिष्ठ समन्वयक भूपेंद्र सिंह और शैक्षणिक समन्वयक उत्तम तिवारी ने भी छात्रों की तार्किक सोच और उत्कृष्ट भाषण शैली के लिए उन्हें बधाई दी।
इस कार्यक्रम में वाइस कोऑर्डिनेटर सुखवंत कौर, सिमरनजीत कौर, अनुपमा दुबे, जानकी रावत, हेमा भट्ट और सिमरन बुमराह उपस्थित रहीं और उन्होंने छात्रों के प्रदर्शन की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
इस आयोजन ने न केवल छात्रों को नेतृत्व और संवाद कौशल में निपुण बनाया, बल्कि उन्हें लोकतंत्र की अहमियत को समझने का अवसर भी दिया। उपस्थित सभी ने इस बात पर जोर दिया कि यह कार्यक्रम क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।
स्कॉलर्स वैली इंटरनेशनल स्कूल ने यह साबित किया कि शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें भविष्य के नेताओं को तैयार करने की क्षमता भी होती है।सितारगंज:(चरनसिंह सरारी) स्कॉलर्स वैली इंटरनेशनल स्कूल, सितारगंज ने पहली बार क्षेत्र में युवा संसद 2024 का भव्य आयोजन कर इतिहास रच दिया। यह आयोजन भारत सरकार के राष्ट्रीय युवा संसद योजना (मंत्रालय - संसदीय कार्य) के अंतर्गत किया गया। इस युवा संसद का उद्देश्य छात्रों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया और संसदीय कार्यप्रणाली से परिचित कराना था।
कार्यक्रम का मुख्य विषय "शिक्षा" रखा गया था। इसमें छात्रों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एन०ई०पी०2020), शिक्षा में खामियाँ, प्रतियोगी परीक्षाओं में हो रहे घोटाले, शिक्षा में भ्रष्टाचार और रोजगार के अवसर जैसे अहम मुद्दों पर गहन चर्चा की। पेपर लीक और प्रतियोगी परीक्षाओं में हो रही अनियमितताओं पर छात्रों ने सटीक तर्कों और ठोस सुझावों के साथ अपनी बात रखी।
इस आयोजन में छात्रों ने मंत्री, विपक्ष के नेता, माननीय स्पीकर और प्रधानमंत्री जैसी भूमिकाएँ निभाईं और पूरी कार्यवाही वास्तविक संसद की तरह संपन्न की। छात्र नेताओं ने न केवल अपने विचार व्यक्त किए, बल्कि उनके द्वारा प्रस्तुत शिक्षा सुधार से संबंधित बिल पर भी चर्चा हुई और इसे सफलतापूर्वक पारित किया गया।कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत स्कूल के प्रबंधक पलविंदर सिंह औलख और प्राचार्य कमलजीत कौर ने की। दोनों ने इस आयोजन को क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक पहल बताया और छात्रों के प्रयासों की सराहना की। वरिष्ठ समन्वयक भूपेंद्र सिंह और शैक्षणिक समन्वयक उत्तम तिवारी ने भी छात्रों की तार्किक सोच और उत्कृष्ट भाषण शैली के लिए उन्हें बधाई दी।
इस कार्यक्रम में वाइस कोऑर्डिनेटर सुखवंत कौर, सिमरनजीत कौर, अनुपमा दुबे, जानकी रावत, हेमा भट्ट और सिमरन बुमराह उपस्थित रहीं और उन्होंने छात्रों के प्रदर्शन की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
इस आयोजन ने न केवल छात्रों को नेतृत्व और संवाद कौशल में निपुण बनाया, बल्कि उन्हें लोकतंत्र की अहमियत को समझने का अवसर भी दिया। उपस्थित सभी ने इस बात पर जोर दिया कि यह कार्यक्रम क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।
स्कॉलर्स वैली इंटरनेशनल स्कूल ने यह साबित किया कि शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें भविष्य के नेताओं को तैयार करने की क्षमता भी होती है।

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